रविवार, 27 जुलाई 2014

श्री देव सुमन



आपको शत शत नमन |
देव भूमि के तुम हिमालय पुत्र महान |
सर्वत्र फैल रही तुम्हारी कीर्ति जहान |
हे बलिदानी सुमन| ,
तुमको नमन |
आज भी टिहरी तुम्हारी याद में है गमगीन |
कर रहे युम्हारी यादो को मंचासीन |
तुम छोड़ गए अपने अपूर्व बलिदान की कहानी
सबको सुना रहे है तुम्हारे अपने |
की तुमने टिहरी के लिए दी कैसी क़ुरबानी |
तुमने तो किया देश हित अपना जीवन समर्पित |
तुम्हारे बलिदान से सारा देश है गर्वित |
तुमने जो क्रांति की अलख जगाई थी |
वह अब तक भी बुझ नहीं पाई थी |
आज भी जाग्रत है टिहरी वासियो के |
दिल में तुम्हारे विचारो की मशाल |
बस एक बार पुनः इस देव भूमि में |
अवतरित हो जाओ |
हम सब कर रहे हैं आज भी तुम्हारी प्रतीक्षा |

ईश्वर कब तक पूर्ण करेगा हमारी इच्छा |

कोई टिप्पणी नहीं :

एक टिप्पणी भेजें